सूरज की चाया कहाँ गयी?
एक समय था जब सुनहरी रेत में सोने की परछाईं रहती थी। वो चमकती और सबको प्रसन्न करती । पर अब वो कहाँ चली गयी? क्या वो सूर्योदय में मिल चुकी ह
एक समय था जब सुनहरी रेत में सोने की परछाईं रहती थी। वो चमकती और सबको प्रसन्न करती । पर अब वो कहाँ चली गयी? क्या वो सूर्योदय में मिल चुकी ह